भारतीय दूतावास ने मनाया विश्व हिंदी दिवस
काठमांडू, 10 जनवरी 2025 । आज भारतीय दूतावास, काठमांडू में विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया । इस अवसर पर संसद सदस्य और अध्यक्ष, हिंदी मंच नेपाल, मंगल प्रसाद गुप्ता, अध्यक्ष, भाषा आयोग, नेपाल सरकार, डॉ. गोपाल ठाकुर, कुलपति, नेपाल संगीत और नाटक प्रज्ञा प्रतिष्ठान श्रीमती निशा शर्मा, भारतीय दूतावास, काठमांडू की काउंसलर (राजनीति और प्रेस सूचना एवं संस्कृति), गीतांजलि ब्रैंडन और अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में गीतांजलि ब्रैंडन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदी दिवस हिंदी बोलने वालों की समृद्ध भाषाई विरासत और सांस्कृतिक पहचान की याद दिलाता है। साथ ही, उन्होंने नेपाल के हिंदी प्रेमियों और विद्वानों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके योगदान ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के माध्यम से नेपाल और भारत के बीच दोस्ती को मजबूत किया है।
इस कार्यक्रम में काठमांडू के विभिन्न स्कूलों ने हिंदी कविता पाठ और नाटकों में भाग लिया, जिसमें छात्रों ने कई गंभीर विषयों पर कविताएँ प्रस्तुत कीं। नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के कलाकारों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के दौरान भारत-नेपाल मैत्री कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी हिंदी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विश्व हिंदी दिवस का आयोजन 10 जनवरी को हर साल किया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1975 में भारत के नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था।
काठमांडू, 10 जनवरी 2025 । आज भारतीय दूतावास, काठमांडू में विश्व हिंदी दिवस का आयोजन किया गया । इस अवसर पर संसद सदस्य और अध्यक्ष, हिंदी मंच नेपाल, मंगल प्रसाद गुप्ता, अध्यक्ष, भाषा आयोग, नेपाल सरकार, डॉ. गोपाल ठाकुर, कुलपति, नेपाल संगीत और नाटक प्रज्ञा प्रतिष्ठान श्रीमती निशा शर्मा, भारतीय दूतावास, काठमांडू की काउंसलर (राजनीति और प्रेस सूचना एवं संस्कृति), गीतांजलि ब्रैंडन और अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में गीतांजलि ब्रैंडन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ा। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदी दिवस हिंदी बोलने वालों की समृद्ध भाषाई विरासत और सांस्कृतिक पहचान की याद दिलाता है। साथ ही, उन्होंने नेपाल के हिंदी प्रेमियों और विद्वानों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके योगदान ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के माध्यम से नेपाल और भारत के बीच दोस्ती को मजबूत किया है।
इस कार्यक्रम में काठमांडू के विभिन्न स्कूलों ने हिंदी कविता पाठ और नाटकों में भाग लिया, जिसमें छात्रों ने कई गंभीर विषयों पर कविताएँ प्रस्तुत कीं। नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के कलाकारों ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के दौरान भारत-नेपाल मैत्री कवि सम्मेलन का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी हिंदी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
विश्व हिंदी दिवस का आयोजन 10 जनवरी को हर साल किया जाता है, क्योंकि इसी दिन 1975 में भारत के नागपुर में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन आयोजित किया गया था।
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